छेड़ रही मीठी धुन,राधा की बाँसुरिया!नाच रहे ठुमक-ठुमक,चंचल-मन साँवरिया!
बहुत सुन्दर जन्माश्टमी की बहुत बहुत बधाई
आपको भी बहुत बहुत बधाई
Aapko bhi badhai.
आँखें हैं बंद मगर, आँखों में कान्हा-छवि!इस छवि की आँखों में,छुपने को आकुल रवि!
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8 comments:
छेड़ रही मीठी धुन,
राधा की बाँसुरिया!
नाच रहे ठुमक-ठुमक,
चंचल-मन साँवरिया!
बहुत सुन्दर जन्माश्टमी की बहुत बहुत बधाई
बहुत सुन्दर जन्माश्टमी की बहुत बहुत बधाई
आपको भी बहुत बहुत बधाई
आपको भी बहुत बहुत बधाई
Aapko bhi badhai.
आँखें हैं बंद मगर,
आँखों में कान्हा-छवि!
इस छवि की आँखों में,
छुपने को आकुल रवि!
आँखें हैं बंद मगर,
आँखों में कान्हा-छवि!
इस छवि की आँखों में,
छुपने को आकुल रवि!
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